Just In
- 10 hrs ago Tesla को टक्कर देने के लिए Xiaomi ने लॉन्च की पहली इलेक्ट्रिक कार, सिंगल चार्ज में मिलेगी 810KM की रेंज
- 1 day ago अब Toll प्लाजा और Fastag से नहीं, इस खास सिस्टम से होगा Toll Collection! नितिन गडकरी ने दिया बड़ा अपडेट
- 1 day ago हो जाइए तैयार: 15 अगस्त को आ रही है Mahindra Thar 5-door SUV, पावरफुल इंजन के साथ मिलेंगी जबरदस्त फीचर्स
- 1 day ago Jackie Shroff : बॉलीवुड के जग्गू दादा का कार कलेक्शन देख हैरान हो जाएंगे आप, गैराज में खड़ी है BMW और Jaguar
Don't Miss!
- News सीएम भगवंत मान ने साझा किया अपनी बेटी का नाम, बधाई देने वालों को कहा शुक्रिया
- Travel अप्रैल की गर्मी में सैर करें कश्मीर की ठंडी वादियों में, IRCTC का 'कश्मीर-धरती पर स्वर्ग' पैकेज
- Movies Haryanvi Dance Video: सपना चौधरी ने बिंदास होकर स्टेज पर लगाए ज़ोरदार ठुमके, लाखों लोगों की उमड़ी भीड़
- Finance Haryana News: हरियाणा में रबी फसलों की खरीद की सभी तैयारियां पूरी, 1 अप्रैल से 417 केंद्रों पर होगी खरीद
- Education Job Alert: बैंक ऑफ इंडिया ने निकाली 143 ऑफिसर पदों पर भर्ती 2024, देखें चयन प्रक्रिया
- Technology अप्रैल में OnePlus, Samsung, Motorola समेत इन ब्रांड्स के Smartphones होंगे लॉन्च, जानिए कीमत व स्पेक्स
- Lifestyle प्रेगनेंसी के First Trimester में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं? कैसी होनी चाहिए हेल्दी डाइट
- Sports Japan Open 2023: सेमीफाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय की विक्टर एक्सेलसन से भिड़ंत आज
माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक पॉल एलेन रचेंगे इतिहास, बना रहे हैं दुनिया का सबसे बड़ा विमान !
दुनिया का सबसे बड़ा एयरोप्लेन जल्द ही हमारे सामने होगा। दरअसल, यह इसलिए भी खास होगा क्योंकि इसे बनाने वाले कोई और नहीं, माइक्रोसाॅफ्ट के को-फाउंडर पॉल एलेन हैं। जी हां, पॉल इस प्लेन को बना रहे हैं और इसके पीछे उनका खास मकसद है। इस विमान और इसे बनाने के पीछे की वजह को जानिए नीचे स्लाइडशो में।
1 : उपग्रहों को अंतरिक्ष में कराएगा स्थापित
माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प के सह-संस्थापक पॉल एलेन (Paul Allen) की वित्तीय मदद से चलाई जा रही अंतरिक्ष लॉन्च कंपनी स्ट्रेटोलॉन्च सिस्टम्स (Stratolaunch Systems) का इरादा दुनिया के सबसे बड़े हवाईजहाज की मदद से उपग्रहों को अंतरिक्ष की कक्षाओं में स्थापित कर अंतरिक्ष उद्योग में मौजूद दिग्गजों से मुकाबला करने का है।
2 : लगभग हो चुका है पूरा
एलेन के निजी स्वामित्व वाली वल्कन एयरोस्पेस (Vulcan Aerospace) की इकाई स्ट्रेटोलॉन्च सिस्टम्स ने कुछ संवाददाताओं को पिछले सप्ताह अपने इस लगभग पूरे बन चुके विमान की पहली झलक भी दिखाई।
3 : एन्टोनोव एएन-225 से भी बड़ा है यह विमान...
385 फुट (117 मीटर) तक फैले पंखों के साथ छह इंजन वाला यह विमान 'स्प्रूस गूज़' (Spruce Goose) के नाम से जाने जाने वाले होवार्ड ह्यूजेज़' 1947 एच-4 हरक्यूलिस (Howard Hughes' 1947 H-4 Hercules) तथा मौजूदा समय में दुनिया के सबसे बड़े विमान के रूप में जाने जाने वाले और मूल रूप से बुरान अंतरिक्ष शटल को ले जाने के लिए बनाए गए सोवियत युग के कार्गो विमान एन्टोनोव एएन-225 से भी बड़ा है।
4 : सही वक्त पर दस्तक
गौरतलब है कि एलेन का यह कदम ऐसे वक्त में सामने आया है, जब बहुत-सी नई कंपनियां पृथ्वी के चारों ओर कम ऊंचाई वाली कक्षाओं में स्थापित सैकड़ों उपग्रहों के नेटवर्क के ज़रिये इंटरनेट एक्सेस, पृथ्वी की तस्वीरें, जलवायु संबंधी डेटा और अन्य सेवाएं देने की तैयारी कर रही हैं।
5 : अंतरिक्ष के ज़रिए व्यापार की सोच
लेकिन पॉल एलेन का दृष्टिकोण एलॉन मस्क (Elon Musk) के स्पेसएक्स (SpaceX), जेफ बेज़ोस (Jeff Bezos) के ब्लू ओरिजिन (Blue Origin), रिचर्ड ब्रैन्सन (Richard Branson) के वर्जिन गैलेक्टिक (Virgin Galactic) तथा ऐसी सभी कंपनियों से अलग है, जो अंतरिक्ष के क्षेत्र में व्यापार के रास्ते खोलना चाहती हैं।
6 : सबसे अलग है सोच
मस्क लोगों को मंगल ग्रह तक यात्रा कराना चाहते हैं। बेज़ोस भारी मात्रा में ऊर्जा का इस्तेमाल करने वाले भारी उद्योगों को पृथ्वी से दूर ले जाने के उद्देश्य से कम कीमत वाले बार-बार इस्तेमाल किए जाने में सक्षम रॉकेट विकसित कर रहे हैं। ब्रैन्सन का ध्यान अंतरिक्ष पर्यटन और छोटे आकार का उपग्रह लॉन्चर बनाने पर है।
7 : 24 फीसदी काम रह गया है बाकी
विमान की असेम्बली का काम 76 फीसदी पूरा हो चुका है, और अब इंजन, लैंडिंग गियर तथा एक टेल सेक्शन लगाया जाना शेष है। विमान के इस साल के अंत तक पूरा तैयार हो जाने की उम्मीद है, और व्यावसायिक सेवाओं के वर्ष 2020 से पहले शुरू हो जाने की संभावना है।
ड्राइवस्पार्क के ट्रेंडिंग आर्टिकल यहां पढ़ें -