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कार के धुएं और वायु प्रदुषण को स्याही में बदल देगा यह भारतीय डिवाइस, जानिए कैसे करेगा कार्य
Kaalink एक सरल और बेहतर युक्ति है कि जो वायु प्रदुषण को स्याही में बदल देगा। इसका आविष्कार स्टार्टअप कम्पनी Graviky लैब्स द्वारा किया है।
अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो वह दिन दूर नहीं जब आपके कार या वाहन के वायु प्रदुषण को आसानी से फिल्टर किया जा सकेगा और इससे स्याही या पेंट बनाया जा सकेगा। दरअसल एमआईटी मीडिया लैब के Graviky लैब्स ने एक ऐसा यंत्र इजाद किया है जिसके जरिए वायु के प्रदुषण को अवशोषित किया जा सकता है। कहने का अर्थ है कि यह डिवाइस प्रदूषित हवाओं को रिसाइकल कर देगी।
वायु प्रदुषण को स्याही और पेंट बनाने वाले इस यंत्र को कम्पनी ने 'कालिंक' नाम दिया गया है। यह अपने स्रोत से प्रदूषित कार्बन को ग्रहण करने में यह उपकरण दुनिया में अपनी तरह का पहला यंत्र है। कम्पनी का दावा है कि यह किसी भी गाड़ी के प्रदुषण को 85 से 90 प्रतिशत तक अवशोषित कर लेगा।
कम्पनी के दावों के मुताबिक यह डिवाइस कार्बन को पूरी तरह से खत्म नहीं कर देता है लेकिन इस उपकरण द्वारा कालिख को वातावरण में जाने से पहले ही रोका जा सकेगा। ग्रैविकी लैब का दावा है कि इससे वातावरण में जाने वाले खतरनाक धुएं को रोका जा सकेगा और उद्दोगों के कारण उत्पन्न होने वाले कार्बन उत्सर्जन पर भी लगाम लगाई जा सकेगी।
कम्पनी के दावों के मुताबिक यह डिवाइस कार्बन को पूरी तरह से खत्म नहीं कर देता है लेकिन इस उपकरण द्वारा कालिख को वातावरण में जाने से पहले ही रोका जा सकेगा। ग्रैविकी लैब का दावा है कि इससे वातावरण में जाने वाले खतरनाक धुएं को रोका जा सकेगा और उद्दोगों के कारण उत्पन्न होने वाले कार्बन उत्सर्जन पर भी लगाम लगाई जा सकेगी।
कालिंक के इस डिवाइस से वाहनों में धुएं के निकासी पाइप से जोड़ा जा सकता है। यह यंत्र इंजन को प्रभावित नहीं करता है। यइ पाइप से 93 प्रतिशत प्रदूषण ग्रहण कर लेता है। इससे एकत्रित हुए कार्बन कालिख से शुद्ध कार्बन हटा दिया जाता है।
कम्पनी के मुताबिक इसके बाद तेल के साथ मिलकार इंक और पेंट बनाया जा सकता है। इसकी 30ML इंक किसी कार के 45 मिनट के धुएं के उत्सर्जन के बराबर है।