फिएट ने टाटा को बोला बाय-बाय

कार कंपनी फिएट और टाटा मोटर्स ने वितरण गठबंधन तोड़ने की घोषणा कर दी। दोनों कंपनियों ने 2007 में वाहन वितरण का करार किया था जिसके तहत टाटा के डीलरों द्वारा इतालवी फर्म फिएट के वाहनों की बिक्री और सर्विस उपलब्ध कराई जा रही थी।

दोनों कंपनियों ने एक संयुक्त बयान में कहा, फिएट और टाटा मोटर्स इस बात पर सहमत हुई हैं कि भारत में फिएट ब्रांड को और विकसित करने के लिए, फिएट की वाणिज्यिक व वितरण गतिविधियों का प्रबंधन नियंत्रण फिएट समूह के स्वामित्व वाली कंपनी को दे दिया जाएगा। अभी तक, टाटा मोटर्स संयुक्त डीलरशिप टाटा-फिएट के जरिए फिएट ब्रांड के उत्पादों का वितरण करती रही हैं।

पांच साल के परिचालन में, संयुक्त उद्यम ने 1,90,000 कारों और 3,37,00 पावरट्रेन का विनिर्माण किया। इनका विनिर्माण जारी रहेगा क्योंकि ये नए वितरण समझौते के दायरे से बाहर हैं। कारों का सह विनिर्माण पुणे के निकट रंजनगांव इकाई में किया जाता है। एक अर्से से दोनों कंपनिया भारतीय बाजार में एक साथ कर रही थी। आपको बता दें कि टाटा मोटर्स के साथ मिलकर भारतीय बाजार में फिएट ने अपनी कारों की बिक्री को बढ़ाया और व्‍यापार को उंचाईयों तक ले गये।

इस बात की चर्चा काफी दिनों से थी कि भारतीय बाजार में टाटा मोटर्स और फिएट अपने संधी को खत्‍म करने वालें है। आखिरकार दोनों ही कंपनियों ने अब स्‍वतंत्रता पूर्वक व्‍यापार करने का निर्णय ले ही लिया। आपको बता दें फिएट लंबे समय से अपने कारों की बिक्री और आर्थिक स्थिती को लेकर चिंतित था। अभी तक भारतीय बाजार में फिएट का अपना खुद का शोरूम नहीं है अब उम्‍मीद की जा रही है कि‍ कंपनी अपने वाहनों की बिक्री के लिए अपने स्‍वतंत्र शोरूम की शुरूआत करेगी।

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Hindi
English summary
Fiat, the Italian carmaker has finally announced the end of its much disturbed distribution deal with Tata Motors.
Story first published: Thursday, May 3, 2012, 18:00 [IST]
 
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