कारों की बिक्री की रफ्तार में मामूली इजाफा

Car
भारतीय बाजार में कारों की बिक्री कुछ खास रफ्तार नहीं पकड़ सकी है। बाजार में कार बिक्री में बढ़ोतरी 2011-12 के दौरान पिछले दो साल में सबसे कम रही। हालांकि उद्योग संगठन सियाम के अनुसार चालू वित्त वर्ष में वृहत आर्थिक संभावनाएं बेहतर होने के कारण करीब 10-12 फीसद वृद्धि का अनुमान है। सोसायटी आफ इंडिया आटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स (सियाम) ने जनवरी में आगाह किया था कि भारत में कारों की बिक्री में कमी आ सकती है लेकिन बाद में विशेष तौर पर मार्च में बिक्री बढ़ने के कारण वित्त वर्ष 2011-12 में बिक्री बढ़ी।

सियाम द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारत में 2011-12 के दौरान कुल 20,16,115 कारों की बिक्री हुई जो पिछले साल के मुकाबले महज 2.19 फीसद अधिक है। वित्त वर्ष 2010-11 के दौरान 19,72,845 कारों की बिक्री हुई थी। सियाम के अध्यक्ष एस शांडिल्य ने बताया कि, यह पहला मौका था जबकि देश में कारों की बिक्री का आंकड़ा 20 लाख को पार कर गया। वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही विशेष तौर पर मार्च में कारों की बिक्री बढ़ी।

बजट से पहले हुई खरीद से मदद मिली। मार्च में कारों की बिक्री 19.66 फीसद बढ़ी और इस दौरान 2,29,866 कारें बिकीं जबकि पिछले साल के उसी महीने में 1,92,105 कारों की बिक्री हुई थी। वित्त वर्ष 2008-09 के दौरान जब वैश्विक वित्तीय संकट का दौर शुरू हुआ था तब भारत में कारों की बिक्री सिर्फ 1.4 फीसद बढ़ी थी। उसके बाद 2009-10 के दौरान यह 25 फीसद और 2010-11 के दौरान 29 फीसद बढ़ी।

उन्होंने कहा आरबीआई से ब्याज दरों में कमी के संकेत और सकल घरेलू उत्पाद करीब 7.5 फीसद से आठ फीसद रहने की उम्मीद के बीच वाहन उद्योग की संभावनाएं चालू वित्त वर्ष के लिए अच्छी है। सियाम ने कहा कि उसे 2012-13 में कारों की बिक्री में 10-12 फीसद बढ़ोतरी की उम्मीद है जबकि दोपहिया वाहनों की बिक्री 11-13 फीसद बढ़ने का अनुमान है। सियाम ने अनुमान जाहिर किया है कि 2012-13 के दौरान वृद्धि 10-12 फीसद रहेगी जबकि 2011-12 में यह 12.24 फीसद रही।

कार बिक्री के संबंध में शांडिल्य ने बताया कि पिछले वित्त वर्ष में उद्योग ब्याज दर, मुद्रास्फीति और ईंधन की बढ़ती कीमत से प्रभावित रहा। शांडिल्य ने कहा कि वित्त वर्ष 2011-12 में भारत ने वैश्विक स्तर पर कार उत्पादन के लिहाज से पांचवें सबसे बड़े देश का स्थान बरकरार रखा। वित्त वर्ष 2011-12 के दौरान देश में 1,00,96,062 मोटरसाइकिलों की बिक्री हुई जबकि 2010-11 में यह संख्या 90,13,888 थी।

सियाम के मुताबिक 2011-12 के दौरान देश में कुल 1,34,35,769 दोपहिया वाहनों की बिक्री हुई जो पिछले साल के मुकाबले 14.16 फीसद अधिक है। 2010-11 में 1,17,68,9910 दोपहिया वाहनों की बिक्री हुई थी। सियाम ने कहा कि 2011-12 में वाणिज्यिक वाहनों के बिक्री में 18.2 फीसद की बढ़ोतरी हुई और इस दौरान 8,09,532 वाहनों की बिक्री हुई। इस खंड में 2012-13 के दौरान करीब नौ से 11 फीसद बढ़ोतरी का अनुमान है।

Most Read Articles

Hindi
English summary
Car sales in India during the financial year 2011-12 has slowed down to just 2.19 per cent after 20,16,115 vehicles were sold. This growth is very slow compared to the 29 per cent increase in car sales registered in 2010-11.
Story first published: Wednesday, April 11, 2012, 10:44 [IST]
 
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X